सामने है जो उसे लोग बुरा कहते है ,
जिसको देखा ही नहीं उसको खुदा कहते है!
ज़िन्दगी को भी सिला कहते है कहने वाले,
जीने वाले तो इसे गुनाहों की सजा कहते है !
फासले उम्र के कुछ और बढा देती है ,
जाने क्यों लोग उसे फिर भी दवा कहते है !
चंद मासूम से पत्तों का लहू है हाथो में,
जिसको महबूब के हाथों की हिना कहते है !!
1 comment:
Aae khuda tu he kahan
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